उत्तर प्रदेश में अब क्रिमिनल रिकॉर्ड वाले और खराब इमेज वाले ठेकेदार सिंचाई विभाग की परियोजनाओं के लिए बोली नहीं लगा सकेंगे. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसको लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं. बुधवार को सीएम योगी ने कहा कि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले या खराब प्रतिष्ठा वाले ठेकेदारों को सिंचाई परियोजनाओं के लिए बोली लगाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. साथ ही चेतावनी दी कि निर्देश को लागू करने में किसी भी तरह की विफलता के मामले में सरकारी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

सीएम आदित्यनाथ ने कहा, “यह महत्वपूर्ण है कि सिंचाई विभाग के लिए परियोजनाओं पर बोली लगाने के लिए आपराधिक पृष्ठभूमि, माफिया प्रवृत्ति या खराब प्रतिष्ठा वाले किसी भी व्यक्ति को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. ठेकेदार पर निर्णय लेते समय इसे बारीकी से जांच कर सुनिश्चित किया जाना चाहिए.”
न्यूज एजेंसी के मुताबिक उन्होंने कहा, “अगर ऐसा पाया जाता है और इसमें कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी शामिल पाया जाता है, तो उसके खिलाफ मिलीभगत का दोषी मानते हुए कार्रवाई की जाएगी.” मुख्यमंत्री ने यह निर्देश अगामी बारिश के मौसम से पहले नाले, नाली आदि की सफाई को लेकर दिए गए हैं. सरकार की मंशा है कि मानसून के सीजन में किसी भी जगह जलभराव जैसी स्थिति न बने.
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वरिष्ठ सरकारी स्तर के अधिकारियों से बात करते हुए, मुख्यमंत्री ने विभागों के बीच बेहतर समन्वय और अधिकारियों द्वारा त्वरित कार्रवाई का आग्रह करते हुए राज्य में बाढ़ की तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा, “विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार, हम नवीनतम तकनीक का उपयोग करके बाढ़ के जोखिम को कम करने में सफल रहे हैं. विभागों के बीच समन्वय यह सुनिश्चित करने में प्रभावी रहा है कि लोग बाढ़ से सुरक्षित रहें. इस वर्ष भी बेहतर समन्वय, त्वरित कार्रवाई और बेहतर प्रबंधन, बाढ़ के मामले में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए.”
